भारत की इन जन्नत जैसी जगहों को कहा जाता है मिनी स्विट्जरलैंड

 

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यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं तो आपका स्विट्जरलैंड जाने का जरूर मन करता होगा। क्योंकि वहाँ के पहाड़, नदियां, झरने और बेहद खूबसूरत नजारे हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। कहते हैं धरती पर स्वर्ग देखना है तो प्रकृति के सुंदर नजारों से बेहतर कुछ नहीं है। शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे छुट्टियों में ट्रिप पर स्विट्जरलैंड जाना पसंद नहीं होगा। स्विट्जरलैंड जाना हर किसी का सपना हो सकता है लेकिन वहाँ जाना हर किसी के लिए संभव नहीं है। क्योंकि हर किसी के पास इतना पैसा नहीं होता है कि वहाँ जा सके। लेकिन अब आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है आप अब भारत में रहकर भी स्विट्जरलैंड जैसा पूरा आनंद ले सकते हैं। मतलब अब आप विदेश जाने की बजाय अपने देश में भी ऐसी जगहों को देख सकते हैं जो एकदम यूरोपीय देश स्विट्जरलैंड Switzerland जैसे दिखते हैं और इन्हें मिनी स्विट्जरलैंड Mini switzerland भी कहा जाता है। भारत में घूमने के लिए आपके पास कई ऑप्शन हैं। तो चलिए इस आर्टिकल में हम आपको भारत की इन जन्नत जैसी जगहों के बारे में बता रहे हैं, जिन्‍हें मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है। जी हां, भारत कई खूबसूरत जगहों से भरा हुआ है और यहां घूमने के लिए आपके पास कई जगह हैं जैसे-बरोट वैली, हिमाचल प्रदेश - Barot Valley, Himachal Pradesh, कौसानी, उत्तराखंड - Kausani, Uttarakhand, औली, उत्तराखंड -Auli, Uttarakhand, खजियार , हिमाचल प्रदेश Khajjiar, Himachal Pradesh आदि। ये भारत के ऐसे डेस्‍टिनेशन हैं जो आपको स्विट्जरलैंड का एहसास दिलाएंगे और इनकी खूबसूरती ऐसी है कि आप बार-बार फिर इन जगहों में जाना चाहेंगे।

यूरोप के सबसे खूबसूरत देश स्विट्जरलैंड Switzerland के बारे में कौन नहीं जानता है। क्योंकि ये है ही इतना खूबसूरत, यहाँ जाकर आप सब कुछ भूल जाते हो। यहाँ प्रकृति की खूबसूरती न सिर्फ आंखों को सुकून देती है बल्कि दिल, दिमाग और मन को भी शांत बनाती है। बस हर जगह प्राकृतिक सुंदरता,आपको स्वर्ग का एहसास दिलाता है। यहां की खूबसूरती बरबस ही आपका मन मोह लेगी। चारों तरफ फैली प्रकृति की खूबसूरत छटा, हरियाली, घाटियों और नदियों को ही आप निहारते रह जाओगे। लेकिन यदि आप यहाँ नहीं जा सकते हैं तो भारत में रहकर भी आप स्विट्जरलैंड जैसी खूबसूरती का पूरा आनंद ले सकते हैं और भारत की ये जगहें आपको जन्नत का एहसास दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगे। आपको बता दें, भारत की इन जन्नत जैसी जगहों को मिनी स्विट्जरलैंड Mini Switzerland कहा जाता है। क्योंकि इनकी खूबसूरती बिल्कुल स्विट्जरलैंड जैसी ही है। चलिए आपको उन जगहों के बारे में बताते हैं, जिन्हें भारत का मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है और आपको यहां घूमकर विदेश में घूमने जैसा आनंद महसूस होगा।

औली, उत्तराखंड Auli, Uttarakhand

औली, भारत के उत्तराखंड Uttarakhand राज्‍य में चमोली जिले में बेहद ही सुंदर जगह है और इसे भारत का मिनी स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। यहाँ जाकर आपको विदेश में घूमने जैसी फीलिंग आएगी। औली की खूबसूरत वादियां, बर्फ से भरे पहाड़ आपको जन्नत का एहसास कराएंगे और आपको ऐसा लगेगा कि आप स्विट्जरलैंड में आ गए हों। यहाँ जाकर आपका यहाँ से वापस जाने का मन नहीं करेगा। यह छोटा सा हिल स्टेशन अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है। साथ ही औली भी स्विट्जरलैंड की तरह स्‍कीइंग रेस skiing race के लिए पॉपुलर है। यहाँ आप स्‍कीइंग भी कर सकते हैं। औली में भारत का सबसे प्रसिद्ध स्कीइंग ग्राउंड भी है। यहां दुनिया भर से लोग स्कीइंग करने और स्कीइंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेने भी आते है। सर्दियों में औली बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा रहता है। Auli Uttarakhand को देव भूमि god land भी कहा जाता है। औली को औली बुग्याल के रूप में भी जाना जाता है। औली पहुंचने के लिए आपको पहले दिल्ली से ऋषिकेश Delhi to Rishikesh जाना होगा जिसकी दूरी 247 किलोमीटर है। ऋषिकेश से औली 268 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आप यहाँ पर दिसम्बर से मार्च के बीच कभी भी जा सकते है। दिसंबर लास्ट से मार्च में यहाँ आपको बर्फ से ढके पर्वत देखने को मिलेंगे जो आपके मन को सुकून देंगे। साथ ही आप बर्फ बारी का मजा भी ले सकते हैं। आपको ऐसा लगेगा कि अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है। वहीं यदि आप कुछ एडवेंचर करना चाहते हैं, तो औली जाने के बारे में सोच सकते हैं। औली स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है ही साथ ही ट्रेकिंग, नंदा देवी चोटी और कैंपिंग Trekking, Nanda Devi Peak and Camping के लिए के लिए भी प्रसिद्ध है।

खजियार, हिमाचल प्रदेश Khajjiar, Himachal Pradesh

'भारत के मिनी-स्विट्जरलैंड' Mini switzerland of india के रूप में जाना जाने वाला, खजियार हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले Chamba district of Himachal Pradesh में स्थित एक शांत छोटा पहाड़ी स्टेशन अपने आप में एक अद्भुत, मोहक गंतव्य स्थल है। जो पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। यहाँ के जंगलों, झीलों और प्राकृतिक खूबसूरती Forests, lakes and natural beauty देखकर आप इन्हीं में खो जाओगे। यहां की प्रकृति की खूबसूरती न केवल आपकी आंखों को सुकून देगी बल्कि दिल और दिमाग को भी तरोताजा करेगी। खजियार जाने के बाद आपको एहसास होगा कि आप स्विट्जरलैंड में ही हैं। यहाँ देवदार के पेड़, झील का नीला पानी बेहद खूबसूरत लगता है। आप यहां पैराग्लाइडिंग, घुड़सवारी paragliding, horse riding जैसी कई एक्टिविटीज का लुफ्त उठा सकते हैं। यहां पर मौसम अक्सर ठंडा रहता है। 6,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित, खजियार अपने नौ-छेद वाले गोल्फ कोर्स के लिए जाना जाता है, जो हरियाली और लुभावनी परिदृश्य के बीच में स्थित है। अगर आप शहर की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी से तंग आ चुके हैं तो आप खजियार में सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं। खजियार चंबा और डलहौजी दोनों से सिर्फ आधे घंटे की दूरी पर है। यहां तक पहुंचने के लिए आप शिमला तक ट्रेन या फ्लाइट से आ सकते हैं और फिर टैक्सी से यहां जा सकते हैं। खजियार एक छोटा पठार है जिसमें एक छोटी सी झील भी है जो इस शहर के सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है। खजियार झील एक प्राकृतिक भव्यता से परिपूर्ण है, जो 1920 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ झील के किनारे पहाड़ी पर नाग देवता का मंदिर भी बना है, जहां आप दर्शन के लिए जा सकते हैं। खजियार हरी घास के मैदानों और घने जंगलों green meadows and dense forests से घिरा हुआ है और यह अपने खूबसूरत मंदिरों beautiful temples के लिए भी जाना जाता है। यहाँ के पहाड़ अक्सर कोहरे की चादर से ढ़के होते हैं जिसका नज़ारा देखते ही बनता है। झील, पहाड़ और जंगलों की सैर करने के शौकीन लोगों के लिए खजियार एक परफेक्ट डेस्टिनेशन Khajjiar is a perfect destination है।

कौसानी, उत्तराखंड - Kausani, Uttarakhand

उत्तराखडं में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है कौसानी, यहाँ कुदरत की खूबसूरती को अच्‍छी तरह महसूस किया जा सकता है। इसकी खूबसूरती की वजह से भी इसे भारत का स्विट्जरलैंड Switzerland of India कहा जाता है। उत्तराखंड के बागेश्‍वर जिले Bageshwar District में 6075 फुट से ज्यादा की ऊंचाई पर बसा कौसानी एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह छोटा सा गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता, नंदा देवी और खूबसूरत हिमालयी चोटियों के लिए जाना जाता है। यहाँ के दृश्य आपको धरती पे स्वर्ग का अनुभव निश्चित रूप से कराएंगे। यानि स्वर्ग का अनुभव लेने के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है। बस अपने लिए कुछ वक्त निकालिए और दिल को शांति देने वाली इस मनोरम जगह beautiful place पर घूम आइये और बेहतरीन मनोरम नजारों का आनंद लीजिये। बर्फ से ढकी पहाड़ियां और यहाँ का सर्द मौसम Snow covered hills and cold weather आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। कौसानी हिमालय की कुछ सबसे ऊंची चोटियों जैसे नंदा देवी ओर पंचचूली के 300 किमी के प्राकृतिक नजारों के लिए काफी मशहूर है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता को देखते हुए कौसानी की तुलना महात्मा गांधी Mahatma Gandhi ने भी स्विट्जरलैंड से की थी। यह हिल स्टेशन एक स्वर्ग है, जो आपको शहरी जीवन की नीरसता से दूर ले जाता है। छुट्टियां बिताने के लिए कौसानी एक परफेक्ट डेस्टीनेशन है। ट्रैकिंग के लिए बेहतरीन जगह है कौसानी। एडवेंचर पसंद करने वाले लोग माउंटेन बाइकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और रैपलिंग Mountain biking, rock climbing and rappelling जैसी एडवेंचर एक्टिविटीज का हिस्सा बन सकते हैं। यहां पर ईको एडवेंचर, पदमपुरी और कलसी फेमस कैंप हैं। कौसानी में चाय के बागान tea gardens भी हैं। कौसानी में कौसानी टी एस्टेट 208 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। यहाँ जाने का सबसे उचित समय है अप्रैल-जून, सितंबर से नवंबर तक। यहाँ पहुँचने के लिए पंतनगर एयरपोर्ट Pantnagar Airport यहां से 160 किमी दूर है जबकि रेलवे स्टेशन काठगोदाम 130 किमी दूर है।

मणिपुर Manipur

आपने विदेशों में मौजूद खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स के बारे में तो जरूर सुना होगा जहाँ का दृश्य बेहद मनोरम होता है लेकिन भारत में भी ऐसी कई जगह हैं जहाँ यदि आप जाओगे तो बस खोकर रह जाओगे। ऐसी ही एक जगह है मणिपुर। मणिपुर को भी भारत का स्विट्जरलैंड Switzerland of India कहा जाता है। क्‍योंकि यहां आपको ऐसे नज़ारे देखने को मिलंगे जिसे देखने के बाद आप स्विट्जरलैंड को भूल जाओगे। आपको ऐसा महसूस होगा कि आप स्वर्ग में हैं। यहां पर आपको ऐसे प्राकृतिक दृश्य देखने को मिलेंगे कि आपका इस जगह पर बार-बार आने का मन करेगा। जी हाँ यह जगह प्राकृतिक खूबसूरती से भरी हुई है। यहां की अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है। यह घाटी खूबसूरत पहाड़ियों, तैरते द्वीपों, शांत परिदृश्यों और विदेशी वन्यजीवों से सराबोर है। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ सांस्कृतिक समृद्धि cultural richness की वजह से भी पॉपुलर है। यहाँ जाने का सबसे अच्छा समय है अक्टूबर से लेकर मार्च तक। यहाँ जाने के लिए पास का हवाई अड्डा, इंफाल हवाई अड्डा Imphal Airport सबसे करीब है और वहीं पास का रेलवे स्टेशन, दीमापुर (203 किमी) है। यहां की लोकटक लेक, ईमा मार्केट और मणिपुर स्‍टेट म्‍यूजियम Loktak Lake, Ima Market and Manipur State Museum आदि फेमस जगहें हैं। ये सब जगह बहुत खूबसूरत हैं।

चोपता उत्तराखंड Chopta, Uttarakhand

चोपता उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले Rudraprayag District में पड़ता है। यह रुद्रप्रयाग ज़िले में उखीमठ से 37 किलोमीटर दूर समुद्र की सतह से 9515 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक ऐसी जगह है जो बस कुछ ही क्षण में आपका दिल जीत सकती है और शहरों के शोर-शराबे से दूर ये जगह आपको एक अनुपम शांति का एहसास दिलाएगी। चोपता को छोटा स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। इस जगह के बारे में ज्यादा लोगों को पता नहीं है लेकिन एक बार यदि आप यहाँ जाओगे तो आजीवन वहाँ का मनमोहक दृश्य आप भुला नहीं पाओगे। इस हिल स्टेशन की प्राकृतिक खूबसूरती और हरे भरे बुग्याल आपके दिल दिमाग को आनंद और स्फूर्ति से भर देंगे। यहाँ की हरियाली को देखकर मन को शांति मिलती है। किसी स्वर्ग से कम नहीं लगती है यह जगह। यहाँ से थोड़ी दूरी पर तुंगनाथ-चंद्रशिला ट्रेक मार्ग Tungnath - Chandrashila Trek Route है जहाँ लोग भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने जाते हैं। पूरा ट्रेक आपको एक अलग ही अनुभव कराएगा। यहाँ की ठंडी ठंडी हवाएं और दूर दूर तक हरियाली बिछी हुई आँखों को अलग ही सुकून देती है। लगता है ऐसे ही बस प्रकृति को निहारते रहें। साथ ही बर्फ से ढकी हिमालयी श्रृंखलाओं का वो मनमोहक दृश्य आपके मन को तरोताजा कर देंगी। विभिन्न प्रकार के फूल भी आपको रास्ते में दिखाई देंगे और पूरे वातावरण में एक सौंधी-सी खुशबू महकती रहती है। क्योंकि यहाँ की मिटटी की वह मनमोहक खुशबू आपको आपको अंदर तक आनंद से भर देगी। इसके अलावा चोपता वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला का घर भी wide range of flora and fauna है जहाँ देवदार पेड़, पाइन पेड़ और रोडोडेंड्रॉन (रोडोडेंड्रॉन फेरुगिनियम) का एक बहुत बड़ा भंडार है। साथ ही यहाँ से नंदादेवी, त्रिशूल एवं चौखम्बा पर्वत श्रृंखला Nanda Devi, Trishul and Chaukhamba mountain ranges का दीदार भी कर सकते हैं। यहाँ आप ट्रेकिंग, स्नो स्कीइंग, कैम्पिंग, रॉक क्लाइंबिंग, रैपलिंग आदि कर सकते हैं। यानि आप यहाँ फैमिली या दोस्तों के साथ घूमने का प्लान जरूर बनाएं क्योंकि यहाँ की पहाड़ियों में एक अलग ही जादू होता है जो आपको उत्साह से सराबोर कर देता है। यहाँ जाने का सबसे उचित समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर तक है।

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