आलिया भट्ट- वो स्टारकिड जिसने काम से बनाईं अपनी पहचान

आलिया भट्ट- वो स्टारकिड जिसने काम से बनाईं अपनी पहचान

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आलिया भट्ट Alia Bhatt को हमेशा से ही यह कहा गया कि आज आप इस इंडस्ट्री में अपने पिता की वजह से हैं और पिता के नाम का इस्तेमाल करके की आपको फिल्में मिल रही हैं। नेपो किड Nepokid, स्टारकिड Starkid, डायरेक्टर महेश भट्ट Mahesh Bhatt की बेटी और ना जानें कितने टैग लोगों ने आलिया को दिए लेकिन हर बार बेहतरीन एक्टिंग mind-blowing acting से उन्होंने सबका मुंह बंद किया। आज आलिया को बॉलीवुड की सबसे टैलेंटेड एक्ट्रेस talented actress में से एक माना जाता है। उन्होंने अपनी फिल्मों में ये साबित किया है कि उन्हें आप कोई भी रोल दे दो, वो उसे निभा सकती हैं। यही तो होता है एक असली कलाकार, जो हर तरह के किरदार में खुद को आसानी से ढाल लेता है।

नेपोटिज्म Nepotism, एक समय हुआ करता था जब बॉलीवुड Bollywood में लोग इसके विषय में बात भी नहीं किया करते थे और एक आज का समय है, नेपोटिज्म को लेकर कई कलाकार अपने इंटरव्यू में बात कर चुके हैं, कई कलाकारों ने इसका समर्थन किया है और कई कलाकारों ने इसकी बुराई बताई है।

नेपोटिज्म, वो शब्द है जिससे आज उस हर कलाकार को गुजरना पड़ता है जिसके परिवार का पहले से ही कोई व्यक्ति बॉलीवुड में काम कर चुका है और उसकी डायरेक्टर और प्रोड्यूसर directors and producers से अच्छी पहचान है।

बॉलीवुड की सबसे सफल अभिनेत्री आलिया भट्ट Alia Bhatt को ही ले लीजिए। आलिया को हमेशा से ही यह कहा गया कि आज आप इस इंडस्ट्री में अपने पिता की वजह से हैं और पिता के नाम का इस्तेमाल करके की आपको फिल्में मिल रही हैं।

नेपो किड Nepokid, स्टारकिड Starkid, डायरेक्टर महेश भट्ट Mahesh Bhatt की बेटी और ना जानें कितने टैग लोगों ने आलिया को दिए लेकिन हर बार बेहतरीन एक्टिंग mind-blowing acting से उन्होंने सबका मुंह बंद किया। आज आलिया को बॉलीवुड की सबसे टैलेंटेड एक्ट्रेस talented actress में से एक माना जाता है। उन्होंने अपनी फिल्मों में ये साबित किया है कि उन्हें आप कोई भी रोल दे दो, वो उसे निभा सकती हैं। यही तो होता है एक असली कलाकार, जो हर तरह के किरदार में खुद को आसानी से ढाल लेता है।

आलिया ने वक्त के साथ अपनी एक्टिंग को और बेहतर बनाया और एक बात और माननी पड़ेगी कि उनका फ़िल्म चुनने का तरीका film choice भी कमाल का है, यही कारण है कि वह एक तरह का रोल दुबारा नहीं करती हैं और अपनी हर फ़िल्म में कुछ नया लाती हैं। आलिया ने कई फिल्में रिजेक्ट भी की हैं लेकिन वह कहती हैं कि उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है क्योंकि डेट्स ना होने की वजह से और स्टोरी ना पसंद आने पर फ़िल्म रिजेक्ट करने के अलावा दूसरा ऑप्शन नहीं होता है। भले ही वो फिल्म बाद में बॉक्स ऑफिस box-office पर कितना भी अच्छा परफॉर्म करे, उन्हें कोई भी फिल्म रिजेक्ट करने का अफसोस नहीं रहता है।

फिल्म संघर्ष से बॉलीवुड डेब्यू किया

कम ही लोग ये जानते होंगे कि आलिया ने 1999 में आई फ़िल्म 'संघर्ष' Sangharsh से अपना बॉलीवुड डेब्यू bollywood debut किया था। उस वक्त आलिया को इतनी पहचान नहीं मिली थी क्योंकि उस वक्त वह एक बच्ची थीं। आलिया जल्द से जल्द किसी फिल्म में काम करना चाहती थी इसीलिए महज़ 17 साल की उम्र में वह ऑडिशन film audition देने चली गईं। फ़िल्म का नाम था स्टूडेंट ऑफ द ईयर। करण जोहर Karan Johar उस वक्त फ़िल्म के लिए करीब 500 लड़कियों का ऑडिशन ले चुके थे लेकिन उन्होंने अभी तक किसी का नाम फाइनल नहीं किया था। आलिया के ऑडिशन से करण काफी प्रभावित हुए और उन्होंने आलिया को अपनी फ़िल्म में लीड एक्ट्रेस lead actress का किरदार दिया। इधर आलिया भट्ट ने करण जोहर की बिग बजट फ़िल्म big budget film स्टूडेंट ऑफ द ईयर Student of the year से बॉलीवुड में डेब्यू किया और देखते ही देखते लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया कि उन्हें यह फिल्म इसीलिए मिली है क्योंकि वह एक मशहूर फिल्म डायरेक्टर महेश भट्ट की बेटी हैं। लोगों ने उन्हें नेपोटिज्म का नया प्रोडक्ट new product of nepotism कहना शुरू कर दिया। लोगों का ये मानना था कि एक्टिंग उनके बस की नहीं है।

आलिया हमेशा से ये चाहती थीं कि कोई उन्हें ये ना कहे कि बॉलीवुड में फिल्म उन्हें उनके पिता की वजह से मिली है और यही कारण था कि उन्होंने अपने पिता की किसी फिल्म से डेब्यू करने के बजाय किसी दूसरे डायरेक्टर की फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। आलिया ने जैसा सोचा था, ठीक उसका उल्टा हुआ। आलिया खुद पर लगे 'बैड प्रोडक्ट ऑफ़ नेपोटिज्म', के इस इल्जाम को हटाना चाहती थीं और अच्छा काम, शानदार एक्टिंग और हिट फिल्में ही उन्हें अब इन इल्जामों से बचा सकती थी। आलिया ने एक बार फिर से कोशिश की, नया रास्ता चुना और उसपे चलना शुरू किया।

स्टूडेंट ऑफ द ईयर Student Of The Year के बाद आलिया की दो साल तक कोई फिल्म नहीं आई और उसके बाद इम्तियाज अली Imtiaz Ali के निर्देशन में बनी फिल्म 'हाईवे' Highway आई। हाईवे में आलिया के किरदार की काफी तारीफ हुई और लोगों ने ये कहा कि आलिया ने बहुत ही रीयलिस्टिक एक्टिंग realistic acting की है। इतना ही नहीं इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड के लिए भी चुना गया था। आलिया के शानदार अभिनय को देखकर कहीं से ये पता ही नहीं लग रहा था कि वह एक न्यू कमर हैं। लोग आलिया की एक्टिंग के दीवाने हो गए और जिन लोगों ने उनकी एक्टिंग का मजाक उड़ाया था, वे लोग भी अब आलिया की तारीफ करने लगे। आलिया ने इस किरदार के लिए कड़ी मेहनत की थी इसीलिए अब उनका कॉन्फिडेंस और बढ़ गया था।

'हाईवे' Highway में उनके अभिनय को देखने के बाद उन्हें कई फिल्में ऑफर हुईं और 2014 में उनकी एक या दो नहीं, बल्कि तीन फिल्में रिलीज हुईं। हाईवे के बाद उन्हें '2 स्टेट्स' 2 States ऑफर हुईं। यह फिल्म चेतन भगत की नॉवेल Chetan Bhagat Novel पर बेस्ड थी, जिसमें आलिया ने एक साउथ इंडियन गर्ल का किरदार निभाया था। इस फिल्म में उनके को-स्टार अर्जुन कपूर Arjun Kapoor थे। '2 स्टेट्स' के बाद उन्होंने एक बार फिर से वरुण धवन Varun Dhawan के साथ काम किया। इससे पहले वरुण और आलिया ने 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर' में साथ में काम किया था। वरुण धवन और आलिया भट्ट की फिल्म 'हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियां' Humpty Sharma Ki Dulhania दर्शकों को बेहद पसंद आई और आलिया का किरदार लोगों को काफी पसंद आया। फिल्म के डायलॉग ने लोगों को खूब हसाया। आपको बता दें कि हाईवे, 2 स्टेट्स और हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियां, तीनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं। आलिया हर फिल्म में शानदार परफॉर्मेंस के साथ आगे बढ़ रही थीं और 2015 में उनकी फिल्म आई 'शानदार'।

कहा जाता है कि ज़रूरी नहीं है कि आप बार-बार सफल हो रहे हो तो आगे भी आप सफल ही होगे। आलिया का करियर शिखर पर था, लोग उन्हें बहुत पसंद कर रहे थे, वह जबरदस्त फिल्में दे रही थीं लेकिन 2015 उनके करियर के लिए कुछ खास साबित नहीं हुआ। 'शानदार' Shandar आलिया भट्ट के करियर की पहली फ्लॉप फिल्म flop film थी और अपने करियर में उन्होंने पहली बार असफलता का स्वाद चखा। भले ही इस फिल्म की कहानी में दम नहीं था लेकिन आलिया की एक्टिंग इस फ़िल्म में भी उतनी ही अच्छी थी, जितनी पहले की तीन फिल्मों में और इस बार भी दर्शकों ने उनके अभिनय की तारीफ की और कहा की उन्होंने पूरी मेहनत की है और अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी है।

ये कहना कहीं से गलत नहीं होगा कि साल 2016 उनके करियर का बेस्ट ईयर था। इस साल भी आलिया की तीन फिल्में रिलीज हुईं। 2016 में आलिया ने हिट फिल्में दीं, जबरदस्त एक्टिंग की, लोगों के दिल में अपनी जगह बनाई और कई अवार्ड पाए। 'कपूर एंड सन्स' Kapoor & Sons में एक बबली गर्ल का किरदार निभाया, 'उड़ता पंजाब' Udta Punjab में एक मजबूत इरादों वाली गरीब लड़की का किरदार निभाया, और 'डियर जिंदगी' Dear Zindagi में एक डिप्रेस्ड लड़की का किरदार निभाया।

'कपूर एंड सन्स' Kapoor & Sons में उन्होंने सिद्धार्थ मल्होत्रा, फवाद ख़ान और ऋषि कपूर के साथ काम किया। 'उड़ता पंजाब' Udta Punjab में उन्होंने शाहिद कपूर Shahid Kapoor और करीना कपूर Kareena Kapoor के साथ काम किया और फिल्म 'डियर जिंदगी' Dear Zindagi में उन्होंने शाहरुख़ खान Shahrukh Khan के साथ काम किया। शाहरुख़ खान Shahrukh Khan के साथ काम करना आसान नहीं है क्योंकि वह खुद इतने अच्छे अभिनेता हैं कि जब वह पर्दे पर रहते हैं तो लोग फ़िल्म के दूसरे किरदार को भूल ही जाते हैं लेकिन आलिया भट्ट Alia Bhatt ने अपने साथ ये नहीं होने दिया। उन्होंने उस दर्जे की एक्टिंग की जिस दर्जे के कलाकार शाहरुख़ खान Shahrukh Khan खुद हैं। भले ही फिल्म में शाहरुख और आलिया दोनों थे लेकिन ये फिल्म ज्यादा आलिया की हुई और एक डिप्रेस्ड लड़की का किरदार निभाकर उन्होंने ये साबित किया कि आप उन्हें कोई भी किरदार दे दो, वह हर तरह के रोल में फिट होना जानती हैं। उन्हें फिल्म उड़ता पंजाब के लिए अपना पहला फिल्मफेयर अवार्ड Filmfare award मिला और डियर जिंदगी के लिए उनका नाम फिल्मफेयर बेस्ट एक्ट्रेस Filmfare best actress के लिए नामांकित भी हुआ था।

जैसा की आप देख सकते हैं कि वह खुद ये साबित कर रहीं थीं कि वे कितनी अच्छी अदाकारा हैं क्योंकि उनका हर किरदार पहले वाले किरदार से अलग था। एक अच्छा कलाकार वही होता है जो हर तरह के किरदार कर सके और आलिया हर फिल्म के साथ ये बात साबित कर रही थीं। अपनी फिल्म च्वाइस film choice और न्यू रोल के कारण ही आज वह इतनी अच्छी अदाकारा बन पाईं हैं।

2017 में आलिया ने एक बार फिर से वरुण धवन के साथ काम किया। 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' Badrinath Ki Dulhania में आलिया का रोल एक ऐसी लड़की का था, जिसकी दिलचस्पी सबसे ज्यादा अपने करियर से थी। वूमेन एंपावरमेंट women empowerment के इस दौर में लोगों को आलिया का ये किरदार भी काफी पसंद आया।

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nepotism, bollywood, directors and producers

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