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किताबें इंसान के जीवन को नया आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व उसके द्वारा पढ़ी जा रही पुस्तक से पता लगाया जा सकता है। वास्तव में पुस्तकें ही व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाती हैं। पुस्तकों के लिए बैचैन रहने वाले व्यक्तियों के लिए किताबों की मोटी कीमत मायने नहीं रखती है। वो किताबों के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने के लिए भी तैयार रहते हैं। क्योंकि दुनिया के बड़े बड़े लेखकों की किताबें करोड़ो रूपये में मिलती हैं। किताब प्रेमियों को इस बात से फर्क नहीं पड़ता है कि वो किताबें महंगी हैं। उन्हें तो बस अलग अलग तरह की किताबें पढ़ना और उनके बारे में जानना पसंद होता है।
कहते हैं कि आदमी की सबसे अच्छी दोस्त किताबें ही होती हैं। किताबों की हम यू ही पूजा नहीं करते। इनके पन्ने-पन्ने पर ज्ञान छिपा होता है। मूक रहकर भी बहुत कुछ बोलती हैं किताबें। ज्ञान, मनोरंजन, अनुभव और भी बहुत कुछ है इन किताबों में। जिसने इनका महत्व समझ लिया समझो उसने सब कुछ समझ लिया। यही वजह है कि दुनिया में बहुत सारे लोग किताबें पढ़ने के लिए बेताब रहते हैं। मतलब बुक रिलीज रिलीज़ होने से पहले ही वो किताबों के लिए बेचैन रहते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में कुछ ऐसी किताबें भी हैं जिनकी कीमत जानकर आप हैरान हो जायेंगे। ऐसी ही ये कुछ किताबें हैं जिनकी कीमत जानकर आप विश्वास नहीं कर पायेंगे कि सच में ये इतनी महंगी हो सकती हैं।
दुनिया की सबसे महंगी किताब | Most Expensive Book In The World
इस बुक में कुल 72 पेज हैं। इसके राइटर, लियोनार्डो द विंसी (Leonardo da Vinci) हैं। लियोनार्डो द विंसी की इस साइंटिफिक जनरल बुक की कीमत सबसे अधिक बताई जाती है। ये लियोनार्डो द विंसी द्वारा लिखी गयी एक हस्तलिखित पांडुलिपि है। आज के समय में इस बुक की कीमत $30 million (करीब 228 करोड़ रुपये) है। इसकी पहली पांडुलिपि सबसे पहले थॉमस कुक ने 1515 में खरीदी थी। इसके बाद इसे लीसेस्टर स्टेट ने ख़रीदा और अब ये किताब दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बिल गेट्स के पास है। 202.2 करोड़ में बिल गेट्स ने ये किताब खरीद कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया।
दि गोस्पेल ऑफ हेनरी द लॉयन ऑर्डर (The Gospels of Henry the Lion Order)
इस बुक के राइटर, ऑर्डर ऑफ सेंट बेनेडिक्ट (St. Benedict) हैं। इस पुस्तक को बर्नसाविक कैथेड्रल में विर्जिन मैरी के दरबार में ‘सैक्सानी के ड्यूक’ के लिए बारहवीं सदी में लिखा गया। दिसम्बर 1983 में जर्मन सरकार ने इस रोमन प्रबुद्ध हस्तलिपि को 11,700,000 अमेरिकी डालर में खरीदा। यह बुक रोमन संस्कृति के बारे में है। इस किताब की कीमत $11.7 मिलियन (लगभग 89 करोड़ रुपये) है।
गुटेनबर्ग बाइबल (Gutenberg Bible)
लेखक पीयरे जोसेफ रिडाउट हैं। गुटेनबर्ग बाइबिल की कीमत 5.4 मिलियन डॉलर है। गुटेनबर्ग बाइबिल ने दुनिया की सबसे महंगी किताबों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज किया हुआ है। पश्चिम में छापी गई यह पहली पुस्तक थी जिससे छपी हुई पुस्तकों का प्रारंभ हुआ तथा गुटेनबर्ग क्रांति का जन्म हुआ। सबसे पहले, 1987 में, इसने अब तक खरीदी गई सबसे महंगी किताब का रिकॉर्ड बनाया। 1450-मुद्रित पुस्तकों के मूल संग्रह की केवल 48 प्रतियां अभी भी संरक्षित हैं।
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